संवरेगा महानदी का उद्गम स्थल और उसके आसपास का क्षेत्र
लगभग दो हजार लोगों ने श्रमदान कर शुरू की महानदी की सफाई
जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण हुए शामिल
धमतरी। नगरी विकासखण्ड के सिहावा में महानदी उद्गम स्थल और उसके आसपास के क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने तथा महानदी के संरक्षण-संवर्द्धन की मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सोच को मूर्तरूप देने का काम आज शुरू हो गया। शुक्रवार सुबह महानदी उद्गम स्थल के आसपास की लगभग 10 ग्राम पंचायतों के दो हजार से अधिक लोगों ने सामुहिक श्रमदान से नदी स्वच्छता अभियान की शुरूआत की। फरसियां से लेकर सामतरा-अमाली-संबलपुर-छिपली-नगरी-देवपुर-कर्णेश्वर धाम और गणेश घाट तक जल सफाई अभियान जनभागीदारी और सामुहिक श्रमदान का अनूठा उदाहरण बना।
इस अभियान में जिला पंचायत के अध्यक्ष अरूण सार्वा, स्थानीय विधायक अंबिका मरकाम, जनपद उपाध्यक्ष हृदय साहू, मेगा फाउंडेशन के संचालक निर्मल राघवन और सुचिता राघवन सहित कलेक्टर अबिनाश मिश्रा, एसपी सूरज सिंह परिहार, सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव सहित अधिकारी, कर्मचारी भी शामिल हुए। फरसियां गांव के मॉं महामाई मंदिर से शुरू हुआ अभियान का पहला चरण आज के दिन गणेश घाट होते हुए कर्णेश्वर महादेव के जलाभिषेक पर खत्म हुआ।
मुख्यमंत्री की सोच ’’मोर गांव मोर पानी’’ ’’मॉं’’ अभियान से सार्थक होगी
बदलती जलवायु और बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग से भू-जल स्तर का तेजी से नीचे जाना और भविष्य में आने वाले बड़े जल संकट को अभी से रोकने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ’’मोर गांव मोर पानी’’ की संकल्पना पर काम करने पर जोर दिया है। गांव के नदी-नालों, पोखर-तालाबों का संरक्षण-संवर्द्धन कर जल संकट से निपटना इसका मुख्य उद्देश्य है। धमतरी जिले के नगरी-सिहावा में महानदी उद्गम स्थल के संरक्षण-संवर्द्धन से मुख्यमंत्री की इस सोच को मूर्तरूप देने में भी आसानी होगी। महानदी का जलस्तर बढ़ेगा, जिससे आसपास की भूमि में पानी का लेबल बढ़ेगा। लोगां को पीने के साथ-साथ निस्तारी के लिए भी पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा। इसके साथ-साथ इस क्षेत्र के विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर शुरू होंगे। महानदी के ऐतिहासिक, धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए यहां आध्यात्म और धार्मिक संस्कारों के संवर्द्धन-संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। इसका सीधा फायदा नगरी-सिहावा क्षेत्र के लोगां को होगा।
फरसियां महामाई मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ महानदी आरती से हुए अभियान की शुरूआत
इस अभियान की शुरूआत में सबसे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सार्वा सहित कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारियों ने फरसियां के मां महामाई मंदिर में विधिवत् पूजा-अर्चना की। इस दौरान मंदिर परिसर में ही स्थित महानदी कुण्ड पर महानदी आरती का भी आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में क्षेत्रीय निवासियों ने इसमें भागीदारी की। इस दौरान उपस्थित जनसमुदाय को महानदी जागरूकता अभियान ’’मॉं’’ के विषय और उसके संचालन के बारे में पूरी जानकारी वीडियो वृत्त के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम में स्थानीय निवासी श्री माधुरी कश्यप ने महानदी की महिमा पर भक्तिपूर्ण कविता भी सुनाई। महामाई मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इस अभियान के लिए जिला प्रशासन को साधुवाद दिया और इसके सफल होने की कामना की। इसके साथ ही फरसियां, सामतरा और गणेशघाट में आयोजित बैठकों में ग्रामीणों को महानदी स्वच्छता शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर सफाई अभियान से जुड़े वॉलेंटियर्स और ग्रामीणों को ’’मॉं’’ अभियान के लोगो वाली टी शर्ट और टोपी पहनाकर सम्मानित भी किया गया।
लगभग 14 किलोमीटर नदी क्षेत्र में श्रमदान से हुई सफाई
महानदी जागरूकता अभियान के तहत आज लगभग 14 किलोमीटर नदी क्षेत्र की सफाई स्थानीय निवासियों द्वारा श्रमदान कर की गई। यह सफाई अभियान सामतरा से अमाली के बीच डेढ़ किलोमीटर, अमाली से संबलपुर के बीच डेढ़ किलोमीटर, संबलपुर से छिपली के बीच ढाई किलोमीटर, छिपली से नगरी के बीच आधा किलोमीटर, नगरी से देवपुर के बीच लगभग तीन किलोमीटर नदी क्षेत्र में चला। देवपुर से कर्णेश्वर घाट तक तीन किलोमीटर और कर्णेश्वर घाट से गणेश घाट तक भी लगभग दो किलोमीटर लंबाई के नदी क्षेत्र में श्रमदान से सफाई की गई। वन विभाग द्वारा नदी किनारे वृक्षारोपण के लिए गड्ढों की खुदाई का काम भी आज से शुरू किया गया।
गणेश घाट महानदी उद्गम स्थल पर जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों ने की पूजा-अर्चना
अभियान के दौरान गणेश घाट पर स्थित महानदी उद्गम स्थल पर जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सार्वा और कलेक्टर अबिनाश मिश्रा सहित अन्य पुरूष जनप्रतिनिधियों ने पूजा-अर्चना की और इस अभियान की सफलता के लिए श्रृंगीऋषि सहित स्थानीय ग्राम देवता से प्रार्थना की। गणेश घाट से लगभग 50 स्थानीय महिलाओं ने उद्गम स्थल से महानदी का जल कलशों में भरकर कर्णेश्वर महादेव धाम तक जल यात्रा भी निकाली। महानदी उद्गम स्थल के इस जल से कर्णेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया गया।
विकास के कामों के लिए हम हमेशा प्रशासन के साथ-विधायक अंबिका मरकाम
गणेश घाट के मंचीय कार्यक्रम में विधायक सिहावा अंबिका मरकाम ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि नगरी-सिहावा क्षेत्र में विकास के किसी भी काम के लिए वे सदैव प्रशासन के साथ हैं। उन्होंने महानदी उद्गम क्षेत्र के विकास की कार्ययोजना बनाने और उसपर तेजी से काम शुरू करने के लिए भी राज्य सरकार और जिला प्रशासन को बधाई दी। श्रीमती मरकाम ने कहा कि नगरी-सिहावा क्षेत्र की जनता महानदी के उद्गम स्थल को मिलाकर आसपास के मंदिरों और घाटों को विकसित करने, उन्हें सुविधाजनक बनाने की मांग लंबे समय से कर रही थी। आज इस मांग को पूरा करने के लिए कार्ययोजना बन गई है और काम भी शुरू हो गया है। श्रीमती मरकाम ने स्थानीय निवासियों को इस काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और अपना यथासंभव सहयोग करने को भी कहा।
लंबे समय से थी मांग, आज शुरूआत होने पर मुख्यमंत्री का जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सार्वा ने जताया आभार
जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सार्वा ने संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के विकास की सोच लेकर महानदी के उद्गम स्थल को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का काम जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस काम को लंबे समय से नहीं कर पाए थे, आज उसकी शुरूआत हो गई है। अब हम सबको इस धरा को संजोने और संवारने का संकल्प लेना है। उन्होंने क्षेत्र की इस मांग को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का भी आभार जताया। श्री सार्वा ने कहा कि पानी बचाने के साथ-साथ क्षेत्र में पर्यटन का विकास होने से क्षेत्र की जनता को पानी की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा, साथ ही रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि आस्था के नाम पर धार्मिक क्षेत्रों का नुकसान न करें, बल्कि इनके संरक्षण-संवर्द्धन में अपनी भागीदारी निभाएं।
कलेक्टर बोले : उम्मीद से अधिक जनभागीदारी के लिए नगरी-सिहावा के निवासियों का आभार, इस पुनीत काम में हम सभी के सहयोग की जरूरत
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने गणेश घाट में आयोजित मंचीय कार्यक्रम में कहा कि आज महानदी जागरूकता अभियान की शुरूआत के ही दिन लगभग दो हजार से अधिक लोगों का सहयोग प्रशासन को मिला है। उम्मीद से अधिक जनभागीदारी के लिए नगरी-सिहावा क्षेत्र के निवासी प्रशंसा के योग्य हैं और प्रशासन उनका आभार व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का विकास एक-दो दिन में पूरा नहीं होगा, बल्कि लगभग दो-ढाई साल चलने वाली परियोजना है। प्रशासन चरणबद्ध तरीके से इस क्षेत्र के विकास के लिए काम करेगा। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर नदी संरक्षण और जल संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञों की सलाह से कार्ययोजना तैयार की गई है। कलेक्टर ने महानदी को धमतरी का गौरव बताया और कहा है कि महानदी केवल एक नदी नहीं है, बल्कि यह सुख-समृद्धि और अटूट आस्था का भी पर्याय है। खेती-किसानी, पूजा-अर्चना, तीज-त्यौहार, जन्म-मृत्यु से लेकर दैनिक जीवन से भी महानदी का गहरा जुड़ाव है। इसीलिए इसे ’’मॉ’’ का दर्जा मिला है। उन्होंने कहा है कि हमारी महानदी का गौरव पूरे विश्व को बताने और उसके उद्गम स्थल को विकसित कर विकास के नए रास्ते खोलने के लिए जनभागीदारी और जनसहयोग की जरूरत है। कलेक्टर ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण स्थल है, दूरदराज से लोग श्रृंगीऋषि मंदिर और महानदी के उद्गम स्थल को देखने प्रतिदिन आते है, इस क्षेत्र के विकसित हो जाने से स्थानीय निवासियों को रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे।
ऐसे विकसित होगा महानदी का उद्गम स्थल
सिहावा के श्रृंगीऋषि पर्वत, कर्णेश्वर महादेव मंदिर और उसके परिसर तथा गणेश घाट को मिलाकर पर्यटन और जल संवर्द्धन की दृष्टि से इस क्षेत्र को विकसित करने की योजना है। इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, सड़क विकास आदि के काम कराए जाएंगे। इस क्षेत्र में गणेश घाट के पास एनीकट निर्माण कर पूरे साल नदी में पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने की भी योजना है। इसके साथ ही नदी के दोनों किनारों पर पीचिंग कार्य, एनीकट बनने के बाद उपलब्ध पानी पर नौका विहार की सुविधा के साथ-साथ वृक्षारोपण कर सौंदर्यीकरण करने की योजना है। इससे जल संरक्षण और भूजल स्तर में बढ़ोत्तरी भी होगी। कर्णेश्वर महादेव मंदिर परिसर को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्य मार्ग से मंदिर मार्ग तक दोनों तरफ बिजली की व्यवस्था, मेला स्थल पर प्रमुख मंच का निर्माण, मंदिर परिसर में पेयजल, शौचालय, मंदिर की दीवारों पर आकर्षक चित्रकारी आदि कराने की भी योजना जिला प्रशासन की है।
महानदी-बालका नदी के संगम स्थल पर धार्मिक संस्कारों और कर्मकांडों के लिए भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। श्रृंगीऋषि पर्वत के सौंदर्यीकरण, इस पूरे परिसर तक पहुंचने के लिए देवपुर से गणेश घाट तक सड़क चौड़ीकरण, श्रृंगीऋषि पर्वत तक रास्ते में साईनेज लगाने, पानी के लिए उपयुक्त स्थान पर ओव्हर हेड टैंक बनाने और यहां लग रही दुकानों को व्यवस्थित करने के लिए भी योजना जिला प्रशासन ने तैयार की है।
अपने अस्तित्व को बचाने के लिए नदियां की रक्षा का बीड़ा उठाएं-पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार
पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने कहा कि अच्छी शुरूआत-आधी सफलता का परिचायक है। ’’मॉं’’ अभियान की शुरूआत बहुत अच्छे से हुई है और निश्चित ही यह अभियान सफल होगा। एसपी श्री परिहार ने कहा कि नदियां हमें युगों-युगों से जीवन देती आईं हैं, हमारे जीवन को आसान बनाती आईं हैं। अब हमारी बारी है,नदियों को बचाना है। हम सब संकल्प लें और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए नदियों की रक्षा करने का बीड़ा उठाएं। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति में किसी से ज्यादा भावनात्मक लगाव होने से उसे ’’मॉं’’ का दर्जा दिया जाता है। नदियां भी हमारी ’’मॉ’’ है। गंगा मैया, नर्मदा मैया की तरह ही महानदी भी हमारी महा ’’मॉं’’ है। हम सभी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और एक जागरूक नागरिक की तरह जीवनदायिनी महानदी को संरक्षित करने संकल्प लें। उन्होंने कहा कि आज हम जो पानी बचाएंगे, वह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए उपयोगी होगा। मंचीय कार्यक्रम को प्रकाश बैस, कर्णेश्वर मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष विकल गुप्ता, मां महामाई मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष जवाहर लाल ध्रुव, हर्बल लाईफ प्रमुख अभिजीत महर्षी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।