mahasamund : “एक राष्ट्र, एक चुनाव – एकीकृत चुनाव, संगठित भारत” विषय पर संगोष्ठी सम्पन्न

मनीष सरवैया वरिष्ठ पत्रकार महासमुंद। टाउन हॉल: चेंबर ऑफ कॉमर्स, जिला महासमुंद के तत्वावधान में “एक राष्ट्र, एक चुनाव – एकीकृत चुनाव, संगठित भारत” विषय पर एक सारगर्भित विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह आयोजन चुनाव प्रणाली में सुधार, लोकतांत्रिक स्थायित्व और प्रशासनिक दक्षता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित रहा।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूर्व विधायक अवधेश चंदेल  ने कहा कि बार-बार चुनाव से विकास की प्रक्रिया बाधित होती है और प्रशासनिक संसाधनों पर अनावश्यक भार पड़ता है। उन्होंने कहा, “एक साथ चुनाव से शासन की निरंतरता सुनिश्चित होगी, साथ ही देश में स्थायित्व और पारदर्शिता बढ़ेगी।”

महासमुंद लोकसभा सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि “एकीकृत चुनाव भारतीय लोकतंत्र को एक नई दिशा देगा। इससे न केवल सुशासन को बल मिलेगा बल्कि जनता और प्रतिनिधियों के बीच विश्वास भी मजबूत होगा।”

चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य पारस चोपड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि “लगातार चुनावी प्रक्रिया से व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। एक साथ चुनाव से आर्थिक स्थायित्व और नीति-नियोजन में निरंतरता आएगी।”

कार्यक्रम की प्रस्तावना भाजपा जिलाध्यक्ष  एतराम साहू  ने रखी, जिसमें उन्होंने विषय की प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव समय की मांग है, और यह लोकतंत्र को अधिक संगठित और जवाबदेह बनाएगा।”

मंच संचालन त्रिलोक चंद जैन  द्वारा किया गया और आभार प्रदर्शन , रितेश गोलछा ने किया।

कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे – भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया , भाजपा रायपुर संभाग प्रभारी जगन्नाथ पाणिग्रही , बसना विधायक संपत अग्रवाल, महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ,पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर , भाजपा जिलाध्यक्ष ऐतराम साहू , पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल, प्रीतम सिंह दीवान, भाजपा जिला महामंत्री प्रदीप चंद्राकर , पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश चंद्राकर, चेंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल  तथा वरिष्ठ समाजसेवी गण उपस्थित रहे ।

संगोष्ठी में वक्ताओं ने एक राष्ट्र, एक चुनाव की आवश्यकता, लाभ और संभावित चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि यह व्यवस्था भारत को अधिक संगठित, सुशासित और विकासोन्मुख लोकतंत्र बना सकती है। कार्यक्रम के अंत में चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा यह संकल्प लिया गया कि इस विषय पर जनचेतना बढ़ाने हेतु सतत् प्रयास किए जाएंगे।

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