
धमतरी…. कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में उद्यानिकी, एवं पशुपालन विभागों के कार्यों की अलग -अलग समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समन्वित और योजनाबद्ध कार्य प्रणाली अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों तक पहुँचे, यह सुनिश्चित करना सभी संबंधित विभागों की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने विभागीय अधिकारियों से जिले में चल रहे कार्यों की अद्यतन जानकारी ली। पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने पशुओं के पंजीयन, उपचार, टीकाकरण और मौसमी रोग नियंत्रण के उपायों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विशेष रूप से पशुपालकों को मोबाइल यूनिट के माध्यम से गांवों में जाकर सेवाएं देने के निर्देश दिए। साथ ही सभी पशु चिकित्सकों को कृत्रिम गर्भाधान और टीकाकरण में शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में जिले में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयासों की समीक्षा भी की गई। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए डेयरी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। पशुपालकों को उचित प्रशिक्षण, चारा प्रबंधन और दुग्ध संग्रहण की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर बल दिया गया।
उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत सब्जी उत्पादन, फलोद्यान विकास, पॉलीहाउस तकनीक और ड्रिप इरिगेशन जैसी आधुनिक विधियों को बढ़ावा देने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिले की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए उन्नत किस्मों की खेती को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को नवाचार आधारित मॉडल तैयार कर किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी योजना से जुड़ी महिलाओं को भी इन योजनाओं से जोड़ा जाए ताकि उनकी आमदनी में वृद्धि हो।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने जिले में आयल पाम की खेती को प्रोत्साहित करने के निर्देश देते हुए इच्छुक किसानों को अन्य स्थानों में भ्रमण पर भेजने की योजना बनाने को कहा। साथ ही फूलों की हाईटेक खेती, पॉलीहाउस हेतु चयनित कृषकों और शासकीय उद्यान रोपणी की अद्यतन जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि जिले के पशुपालकों और किसानों को अधिक से अधिक किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनाकर लाभान्वित किया जाए। इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को प्रकरणों की शीघ्र तैयारी और बैंकों से समन्वय बनाकर समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालकों के KCC प्रकरणों में तेजी लाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि पशुपालकों को आधुनिक तकनीकों की जानकारी देने के लिए उन्हें देश के अन्य राज्यों में अध्ययन भ्रमण पर भेजा जाए। इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने और क्रियान्वयन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने को कहा गया। बैठक में जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव, उपसंचालक पशुपालन महेश मरकाम, सहायक संचालक उद्यानिकी गीता साहू सहित अधिकारी उपस्थित थे।