
मनीष सरवैया वरिष्ठ पत्रकार महासमुंद। महासमुंद से महज 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मालीडीह में जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए इंजेक्शन वेल का निर्माण किया जा रहा है। यह वेल क्षेत्र में गिरते भूजल स्तर को recharge (पुनर्भरण) करने में मदद करेगा और इससे जल संकट की गंभीर समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।
गर्मी के मौसम में गांव के हैंडपंप और बोरवेल सूख जाया करते हैं । जिससे ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। गांव के कई हिस्सों में पानी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था। इस समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर इंजेक्शन वेल निर्माण की योजना को क्रियान्वित किया।
इंजेक्शन वेल एक ऐसी प्रणाली है, जिसके माध्यम से वर्षा(बरसात का पानी) जल को फिल्टर कर सीधे भूगर्भ में पहुंचाया जाता है। इससे भूजल स्तर में सुधार होता है और वर्षा का पानी व्यर्थ बहने की बजाय संग्रहित होकर भविष्य में काम आता है।
इस योजना की सफलता के पीछे गांव के जागरूक नागरिकों के साथ-साथ प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग रहा है। ग्रामीणों ने विशेष रूप से कलेक्टर, जनप्रतिनिधियों का आभार जताया, जिनके प्रयासों से यह कार्य संभव हो सका।
ग्रामीणों को अब विश्वास है कि आने वाले वर्षों में पानी की किल्लत में काफी हद तक कमी आएगी और खेती-किसानी के साथ-साथ घरेलू जरूरतों में भी पानी का उपयोग किया जा सकेगा ।