धमतरी…. धमतरी जिले में ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में सशक्त बनाने हेतु एक सराहनीय पहल की जा रही है। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बैंकों द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) के माध्यम से युवाओं को निर्माण कार्यों में कुशल बनाने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस क्रम में जिले के उमरगांव में 35 युवक-युवतियों को एक माह का राज मिस्त्री प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनके श्रम, सम्मान और सफलता से उमरगांव में कौशल विकास से युवाओं की दिशा बदल रही है ।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य है कि ग्रामीण युवा न केवल तकनीकी दक्षता प्राप्त करें, बल्कि आत्मनिर्भर बनकर अपने क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित करें। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को भवन निर्माण की तकनीक, नींव की मजबूती, प्लास्टर, लेवलिंग, सीमेंट मिक्सिंग जैसी महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के उपरांत इन युवाओं को जिले में चल रहे प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के निर्माण कार्यों में प्रत्यक्ष रूप से शामिल किया जाएगा, जिससे उन्हें वास्तविक कार्य अनुभव भी मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि यह पहल न केवल युवाओं को रोजगार की दिशा में अग्रसर कर रही है, बल्कि जिले में हो रहे निर्माण कार्यों में स्थानीय जनशक्ति की भागीदारी भी सुनिश्चित कर रही है। इससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और गुणवत्ता का स्तर भी बढ़ेगा।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि “हमारा प्रयास है कि जिले के अधिक से अधिक युवा तकनीकी रूप से दक्ष हों और उन्हें स्थानीय स्तर पर ही आजीविका के बेहतर अवसर मिलें। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ यदि युवाओं के पास कोई हुनर हो, तो वे कहीं भी पीछे नहीं रहेंगे।*
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आगामी दिनों में नगरी विकासखंड के अन्य गांवों में भी इसी प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा, बाद में जिले और विकासखंडों के गांवों में किया जाएगा।,जिसमें और युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे जिले के युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे गांव में रहकर ही सम्मानजनक जीवन जीने में सक्षम होंगे।*
यह प्रशिक्षण न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पलायन को रोकने में सहायक होगा और गांवों में ही रोजगार का वातावरण तैयार करेगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव ने भी उमरगांव में चल रहे प्रशिक्षण पर कहा कि “यह देखकर संतोष होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियाँ और बेटे अब तकनीकी दक्षता प्राप्त कर रहे हैं। कुछ युवा जो पहले दिशाहीन थे, अब आत्मविश्वास से भरपूर हैं और निर्माण क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ प्रशिक्षार्थी ऐसे हैं, जिनके परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं, लेकिन इस प्रशिक्षण से वे न केवल स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि अपने परिवार को भी संबल दे रहे हैं।
धमतरी जिले में कौशल विकास की यह पहल एक मिसाल बन रही है, जो युवाओं को सम्मान, स्वावलंबन और प्रगति की ओर ले जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा यह सकारात्मक बदलाव निश्चित रूप से जिले के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा।